इन्हें चीन से आयात किया जाता है। भारत में मोबाइल उपभोक्ता दिनों-दिन बढ़ रहे हैं इसलिए साफ और निर्बाध सिग्नल के लिए हाई फ्रीक्वेंसी के मोबाइल ऑपरेटर्स अपने-अपने टावरों पर रेडियो सिग्नल रिसीवर लगाते हैं।
चीन में बैठे कुछ लोग भारत में चोरों के गैंग को हायर करते हैं और उनसे ये रिसीवर चोरी करवाते हैं। फिर एक तयशुदा रूट और नेटवर्क के जरिए बांग्लादेश और नेपाल पहुंचाया जाता है। बांग्लादेश और नेपाल से ये रेडियो रिसीवर वापस चीन पहुंच जाते हैं। जिनको फिर से रिफर्विश कर भारत भेज दिया जाता है।
नोएडा पुलिस अभी इस बात की जांच-पड़ताल में लगी है कि क्या चोरी किए गए इन रेडियो रिसीवर्स का उपयोग सुरक्षा एजेंसियों के रेडियो सिग्नल पकड़ने में तो नहीं किया जा रहा था? कुछ अफसरों को शक है कि इसके पीछे पाकिस्तान और चीन की खुफिया एजेंसियों का भी हाथ हो सकता है, हालांकि अभी सबूत नहीं मिले हैं। गिरफ्तार गैंग से पूछताछ चल रही है, अगर शक गहराया तो केंद्रीय एजेंसियों को जांच में शामिल किया जा सकता है
बहरहाल, चोरों के एक गैंग के छह गुर्गों की गिरफ्तारी के साथ, नोएडा पुलिस ने बड़ा पर्दाफाश किया है। एक रेडियो सिग्नल रिसीवर की कीमत लगभग 12 लाख रुपये होती है।
पुलिस उपायुक्त (नोएडा) विद्या सागर मिश्रा ने कहा कि एनसीआर में मोबाइल टावरों से वस्तुओं की चोरी की सूचना के आधार पर अपराध प्रतिक्रिया टीम (सीआरटी) और सेक्टर 39 पुलिस स्टेशन के अधिकारियों ने गिरोह का भंडाफोड़ किया।
पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया है और दो कारें जब्त की गईं। पूछताछ के दौरान, यह सामने आया कि ये लोग दिन के दौरान टावरों की रेकी करते थे और रात में उन पर हमला करके उनसे महंगे उपकरण चुरा लेते थे। एक अधिकारी ने बताया कि विशेष रूप से आरोपियों में से एक मोबाइल टावर पर काम करता था, जिसे इस गिरोह का सरगना माना जाता है। उन्होंने बताया कि यह गिरोह दिल्ली एनसीआर, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में विभिन्न स्थानों पर मोबाइल टावर स्टेशनों पर ऐसी चोरियों में शामिल रहा है।
जांच से जुड़े एक अधिकारी ने कहा, “रेडियो रिसीवर सेट उच्च लागत वाली संवेदनशील उपकरण हैं। इसके लिए बहुत अधिक घरेलू निर्माता नहीं हैं और यहां बड़ी संख्या में चीन निर्मित सेट का उपयोग किया जाता है। चोरी हुए रेडियो रिसीवर सेट का बाज़ार सीमित है।”
पुलिस ने गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान आसिफ (26), अन्नान (25), आदिल (26), इरफान अल्वी (28), कमल मौर्य (32) और फरदीन (22) के रूप में की है।
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